एक आवेशक की निर्गत वोल्टता होनी चाहिए
बैटरी की वोल्टता से कम
बैटरी की वोल्टता से अधिक
बेटरी की वोल्टता बराबर
कोई नहीं
बैटरी की वोल्टता से अधिक
पांच 2 के सैल समान्तर में जुड़े है उनकी निर्गत वोल्टता होगी।
1
1.5
1.75
2
1.5
लेड एसिड सेल की तुलना में निकल आयरन सेल की दक्षता कम होती है क्योंकि
निम्न वि. वाहक बल
उच्च विद्युत अपघटय के कारण
उच्च आन्तरिक प्रतिरोध के कारण
सभी
उच्च आन्तरिक प्रतिरोध के कारण
बेट्री को ट्रीकल चार्जिंग दिया जाता है।
अपघटय का बनाये रखने हेतु
उसकी आरक्षित दक्षता बढ़ाने हेतु
सलफेशन को कम करने हेतु
आवेशन करने हेतु
सलफेशन को कम करने हेतु
एक निरावेशित सिसा संचालक सैल में
आपेक्षिक घनत्व निम्न होता है
आन्तरिक प्रतिरोध उच्च होता है
EMF शुन्य होता है
सभी
आन्तरिक प्रतिरोध उच्च होता है
एक सिसा संचायक सैल की WH दक्षता होती है
25-50%
40-60%
70-80%
90-95%
70-80%
एक सिसा संचायक सैल की दक्षता निर्भर करती है।
ECE
आपेक्षिक घनत्व
सक्रीय पदार्थ की मात्र
सभी
ECE
बैटरी उपघटन में आयतन के अनुसार लगभग सल्फयूरिक अम्ल व जल होता है-
35 प्रतिशत 65 प्रतिशत
45 प्रतिशत 35 प्रतिशत
65 प्रतिशत 35 प्रतिशत
35 प्रतिशत 55 प्रतिशत
35 प्रतिशत 65 प्रतिशत
बैटरी के ताप में वृद्धि से उपघटन का विशिष्ट गुरूत्व पर क्या प्रभाव पड़ता है-
बढ़ता है
घटता है
समान रहता है
इनमें से कोई नहीं
घटता है
विद्युत अपघटन में आसुत जल का प्रयोग ही क्यों किया जाता है-
यह स्थानीय क्रिया को रोकता है अथवा मंद कर देता है
यह विद्युत रसायनिक क्रिया की गति को बढ़ाता है
यह विद्युत उपघटन के आपेक्षित घनत्व को बढ़ाता है
यह धूर्वाच्छादन अपघटन को रोकता है
यह विद्युत रसायनिक क्रिया की गति को बढ़ाता है
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