नियत्रंक टॉर्क के लिए स्प्रिंग नियंत्रण विधि का ?
प्रायः प्रयोग होता है
कभी कभी प्रयोग होता है
हमेशा प्रयोग होता है
कभी भी प्रयोग नहीं होता है
प्रायः प्रयोग होता है
स्प्रिंग नियंत्रण यंत्र के लाभ है ?
इस पर फैटींग का असर होता है
नियंत्रक टॉर्क आसानी से समायोजित किया जा सकता है
क्योंकि स्प्रिंग भार में हल्की होती है इसलिए गतिमान निकाय के भार में कोई वृद्धि नहीं होती है
तापमान बढने से नियंत्रक टॉर्क पर कोई प्रभाव नहीं पडता
क्योंकि स्प्रिंग भार में हल्की होती है इसलिए गतिमान निकाय के भार में कोई वृद्धि नहीं होती है
ग्रेविटी नियंत्रण विधि के लाभ ये है ?
ये देखने में सुन्दर होते है
यह सरल नहीं होती है
तापमान से प्रभावित नहीं होती है
फैटींग का असर नहीं होता है
तापमान से प्रभावित नहीं होती है
ग्रेविटी नियंत्रण विधि का दोष हैं ?
इसे ऊर्ध्वाधर स्थिति में रखना पडता है
यह भार में हल्की होती है
स्केल एकसमान बंटी होती है
यह आकार में बडा होता है
इसे ऊर्ध्वाधर स्थिति में रखना पडता है
ए.सी. ऊर्जामीटर की डिस्क की कंपन नियंत्रित करने के लिए……….द्वारा डैपिंग टॉर्क उत्पन्न किया जाता है ?
एंडी करंट
रासायनिक प्रभाव
विधुत स्थैतिक प्रभाव
चुंबकीय प्रभाव
एंडी करंट
चल लौह यंत्र…………होते है ?
आकर्षण प्रकार के
विकर्षण प्रकार के
आकर्षण व विकर्षण प्रकार के
डाइनेमोमीटर प्रकार के
आकर्षण व विकर्षण प्रकार के
चल कुंडल यंत्र…..?
स्थायी चुंबकीय प्रकार के होते है
डायनेमोमीटर प्रकार के होते है
प्रेरण प्रकार के होते है
स्थायी चुंबक और डायनेमोमीटर प्रकार के होते है
डायनेमोमीटर प्रकार के होते है
चल कुंडल यंत्र…….. पर प्रयोग किये जा सकते है ?
ए.सी. और डी.सी. दोनों पर
केवल डी.सी.
केवल ए.सी. पर
अर्द्ध तरंग परिशोधित ए.सी.
ए.सी. और डी.सी. दोनों पर
चल कुंडल स्थायी चुंबक यंत्र……..पर प्रयोग किये जा सकते है ?
ए.सी. और डी.सी. दोनों
केवल डी.सी.
केवल ए.सी.
अर्द्ध तरंग परिशोधित ए.सी.
केवल डी.सी.
चल कुंडल यंत्रों की तुलना मे चल लौहे यंत्रों की लागत ?
अधिक होती है
कम होती है
समान होती है
कोई तुलना नहीं
कम होती है
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